30-Jun-2018
गांधीनगर, गुजरात में स्थित महात्मा मंदिर एक सम्मलेन केंद्र और स्मारक है। महात्मा गांधी के जीवन और उनकी फिलोसोफी से प्रेरित, यह 34 एकर में फैला भारत के सबसे बड़े सम्मलेन केंद्र में से एक है। यह गुजरात सरकार द्वारा विकसित, अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों और इवेंट्स के लिए गुजरात का सुरुचिपूर्ण प्रावधान है।
हालांकि, राज्य सरकार ने हॉस्पिटालिटी चैन लीला पैलेस, होटल और रिसॉर्ट्स के साथ महात्मा मंदिर के प्रबंधन के लिए 20 साल के कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किये है। जिसके अंतर्गत हेलीपैड ग्राउंड में एक्स्हिबीशन एरिया और अंडर-कंस्ट्रक्शन 300-बेड वाली लक्जरी होटल जिनका संयुक्त मूल्य 1,200 करोड़ रुपये हैं, उसका प्रबंधन भी लीला ग्रुप करेंगे।
इंडस्ट्री और माइंस डिपार्टमेंट के स्रोत के मुताबिक, "स्टेट नोडल एजेंसी iNDEXTb महात्मा मंदिर और एक्स्हिबीशन ग्राउंड से एक्सपेक्टेड रेवेन्यू जनरेट करने और मैनेज करने में असमर्थ था, और पिछले साल गुजरात सरकार ने संपत्ति के ऑपरेशन और मैनेजमेंट के लिए टेंडर्स जारी किये, ताकि प्राइवेट कंपनी को मैनेजमेंट का काम सौंप दिया जाए। लीला ग्रुप ऑफ़ होटेल्स को इस कॉन्ट्रैक्ट के लिए चुना गया|"
स्रोत की माने तो, कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, सभी तीनो संपत्ति के उत्तम उपयोग की ज़िम्मेदारी लीला ग्रुप पर होगी। लीला ग्रुप द्वारा लागत में कटौती के बाद तीनो संपत्ति के आय का कुल 6% का मुनाफा दिया जाएगा।
नए तरीके से काम शुरू होने के बाद, महात्मा मंदिर और एक्स्हिबिशन ग्राउंड अब प्राइवेट फंक्शन्स के लिए भी खुल जायेंगे।
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