04-Oct-2018
एक लोकप्रिय मुहावरे में कहा गया है कि,"संचार सफलता की कुंजी है|” जिसे टॉकिंग हैंड्स से बेहतर कोई नही कर सकता है| टॉकिंग हैंड्स साइन एंड डाइन, भारत का पहला ऐसा रेस्टोरेंट है जहां पूरा स्टाफ और मैनेजमेंट मूक बधिर समुदाय है और उन्ही के द्वारा इसे सफलता पूर्वक चलाया जा रहा है| 61 वें अंतरराष्ट्रीय मूक बधिर दिवस के मौके पर, टॉकिंग हैंड ने “पारायतक भवन” में भारतीय साइन लैंग्वेज ऐप लॉन्च किया| पर्यटन सचिव बी.वेंकटेशम ने वहाँ उपस्थित लोगों को अपने मोटिवेशनल भाषण से सभी को उत्प्रेरित किया| इस समुदाय के युवा सदस्यों ने इस कार्यक्रम में अपने अपने डांस परफोरमेंस से सभी का मनोरंजन किया|
DEF-ISL साइन लैंग्वेज ऐप कुछ ऐसी साइन लैंग्वेज ऐप्स में से एक है जिस पर कोई भी आसानी से शब्दावली, संख्याएं और पजल सीख सकता है| इसके अलावा, DEF-ISL ऐप में इन-बिल्ट वीडियो हैं जो डेफ सहकर्मियों के बीच प्रभावी बोलचाल करने में सहायक है|
बी. वेंकटेशम ने बताया कि, "सामान्य लोगों को यह साइन लैंग्वेज सीखना चाहिए| मैं भी ये सारी साइन लैंग्वेज सीख रहा हूं और मैं आप सभी से इसे सीखने का अनुरोध करता हूं| यह कम्युनिकेशन का एक व्यक्तिगत रूप है जहां संदेश बिना किसी परेशानी के व्यक्त किया जाता है| मैं 20 साल से डेफ व अंधे लोगों के साथ काम कर रहा हूं| उनका स्नेह व अपनापन अकल्पनीय है| हर किसी को अपने जीवन में कम से कम एक बार इनके प्यार और स्नेह का अनुभव करना चाहिए|”
राम्या कहती है, "व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया ऐपलीकेशन के उद्भव ने डेफ समुदाय के बीच कम्युनिकेशन को आसान बना दिया है| व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल की सुविधा ने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले डेफ लोगों के बात करने का एक जरिया बनाया है| व्हाट्सएप के बिना दूर-दराज के शहरी इलाको में बसे लोगो के लिए कम्युनिकेशन काफ़ी कठिन हो गया होता|”
हाथों से कम्युनिकेशन करना एक अद्भुत कला है| जिसके माध्यम से आप कोई भी संदेश पूरी भावनाओं के साथ व्यक्त कर सकते है| "टॉकिंग हैंड्स, हाथो के द्वारा बात करने को संदर्भित करता है| केवल शेफ के अलावा यहाँ सभी मूक बधिर लोग काम करते है जिनके द्वारा यह रेस्टोरेंट चलाया जाता है| भोजन का ऑर्डर देने के लिए आपको साइन लैंग्वेज का उपयोग करना होता है| यह रेस्टोरेंट परिसर तेलंगाना पर्यटन विभाग द्वारा समर्थित है| हम होटल मैनेजमेंट की पृष्ठभूमि से नहीं हैं, लेकिन हम ग्राहकों की मांगों को पूरा करने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं|
मौन कमजोरी का संकेत नहीं है| वास्तव में मूक बधिरों के लिए यह, उन लोगों को अपनी ताकत और साहस साबित करने का एक ऐसा सुनहरा अवसर है जिन्होंने उन्हें कम आंका है| टॉकिंग हैंड आवाज़ रहित समुदाय को आवाज प्रदान करने का एक ज़रिया है|
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