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इवेंट इंडस्ट्री में भ्रष्टाचार एक विवादित मुद्दा..

08-Jan-2018   Author : Eventaa.com   Category : Information

भ्रष्टाचार एक ऐसा वैश्विक मुद्दा है| जो आज दुनिया भर में कई मंचो पर चर्चा और बहस का मुख्य विषय बना हुआ है| सरल शब्दों में यदि कोई व्यक्ति या प्राधिकरण अपने निजी लाभ या स्वार्थ के लिए उसे सौपी गयी शक्ति का दुरूपयोग और अनैतिक व्यवहार करता है तो वह भ्रष्टाचार का दोषी है|

हमारी अर्थव्यवस्था में आज भी हर इंडस्ट्री भ्रष्टाचार की शिकार है, यहाँ तक की हमारी इवेंट इंडस्ट्री पर भी इसका प्रभाव है| हमारी इवेंट इंडस्ट्री एक सुसज्जित इंडस्ट्री के रूप में जानी जाती है, जिसके कारण 5 लाख से भी ज्यादा लोगो को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलता है| इवेंट्स और वेडिंग इंडस्ट्री में भी ओर्गेनाइज्ड और अनओर्गेनाइज्ड इवेंट्स में लगभग 4 लाख करोड़ की लागत अनुमानित है|

eventaa.com का मुख्य उद्देश्य ईवेंट इंडस्ट्री की आवाज बढ़ाने  एवं भ्रष्टाचार जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करना है| ऐसे मुद्दे जिन में सुधार आने से इवेंट इंडस्ट्री के इकोसिस्टम में परिवर्तन लाया जा सकता है| और इवेंट इंडस्ट्री में बिज़नेस करने में आसानी होगी।

भ्रष्टाचार के उन महत्वपूर्ण मुद्दों  में से एक है, जिसके बारे में हम यहाँ आपको बताने की कोशिश कर रहे है|

किसी भी इवेंट की प्लानिंग और ओर्गेनाइजिंग सबसे बड़ा टास्क होता है, इसमें कई तरह के लाइसेंस और परमिट लेनें की ज़रूरत होती हैकिसी भी ईवेंट मैनेजर्स, प्लानर्स और ओर्गेनाइज़र्स के लिए यह सबसे पेनफुल प्रोसेस होता है।

सरकारी कानूनों के मुताबिक, एक इवेंट कंपनी को किसी इवेंट को ओर्गेनाइज़ करने के लिए कुछ लाइसेंस और आवश्यक परमिट लेंने की ज़रूरत होती है जो की निम्नलिखित अधिकारियों/विभागों के अनुसार हैं: -

1. पुलिस अधिकारी

2. कलेक्टर ऑफिस

3. ट्रैफिक पुलिस

4. किसी भी लाइव परफॉरमेंस के मामले में फायर सेफ्टी की अनुमति

5. IPRS (इंडियन परफोर्मिंग राइट्स सोसाइटी लिमिटेड)

6. म्युनिसिपल कारपोरेशन/लोकल बॉडीज

7. इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड / इलेक्ट्रिसिटी कंपनी

8. पब्लिक परफॉरमेंस लाइसेंस

सभी अधिकारियों के साथ, लाइसेंस की अनुपालना करना और परमिट लेना ही बहुत बड़ा टास्क है, हर छोटी-बड़ी इवेंट्स में इन परमिट्स की आवश्यकता होती है। समय किसी भी इवेंट कम्पनी के लिए सबसे ज़रूरी है और किसी भी इवेंट को ओर्गानाइज़ करने की अनुमति के नियम हर शहर और राज्य में अलग होते है, यही पर एजेंट्स/कोऑर्डिनेटर को आत्मसमर्पण करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता| यहाँ पर ही सभी इवेंट कंपनिया भ्रष्टाचार की शिकार होती है| चाहे मर्जी हो या ना हो, किसी के भी पास आधिकारिक और अनौपचारिक भुगतान देने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता।

भ्रष्टाचार के मामलो में लेन-देन हमेशा केश में होता है, यह भी एक बड़ी समस्या है| पुलिस विभाग और अन्य विभागों की वजह से भी इवेंट ओर्गेनाइज़र्स को परेशानी उठानी पड़ती है। एक अच्छे शो के लिए, वे ना सिर्फ टिकट का एक बड़ा हिस्सा रिश्वत के तौर पर लेते हैं बल्कि लोगों को अवैध तरीके से प्रवेश करवाते हैं। अगर कोई उन्हें इनकार करे तो यह शो के लिए खतरनाक हो सकता है। इसका कारण असीमित ऑथोरिटी और उनकी गैर-जवाबदेही है। करोड़पति इवेंट ओर्गेनाइज़र्स भी इन भ्रष्ट अधिकारियो के सामने अपने आप को बेसहारा महसूस करते है|

गोल्डन वाइब्स(GV) ग्रुप के CEO & डायरेक्टर श्री राज बत्रा ने इवेंट इंडस्ट्री में भ्रष्टाचार पर बात करते हुए कहा कि "हमारे देश के विभिन्न राज्यों के अधिकारियों की विभिन्न प्रकार की कार्यप्रणाली में प्रमुख अंतर मौजूद है। विभिन्न शहरों में लिअसिनिगं लाइसेन्स एजेंट्स या इवेंट की परमिशन दिलाने वाले एजेंट्स द्वारा इवेंट मेनेजेर्स और ओर्गेनाइज़र्स का शोषण किया जाता है। मानदंडों और ज़रुरतो की अस्पष्टता इन लोगों को विभिन्न सरकारी विभागों में मौजूद कर्मियों के साथ एक गठजोड़ बनाने के लिए पर्याप्त मौका प्रदान करती है, जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है। इसका श्रेष्ट उदाहरण दिल्ली और NCR (गुड़गांव) में देखा जा सकता है, जिसमें दिल्ली सरकार द्वारा सिंगल विंडो क्लेअरेंस प्रोसेस है,  हरियाणा में अभी भी विभिन्न अधिकारियों से अलग-अलग परमिशन लेनी पड़ती है। मुझे लगता है कि यदि सभी राज्यों की परमिशन प्रोसेस को स्टैण्डर्डआइज़ किया जाए, तो यह भ्रष्टाचार का गला घोटने में मदद करेगा|

पूरी इवेंट इंडस्ट्री की तरफ से, eventaa.com ने प्रधानमंत्री व सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से इस गंभीर चिंता की जांच करने और इन मुद्दों के समाधान और स्पष्ट कटौती व उपयुक्त नीतियों को सुचारू ढंग से सुलझाने का अनुरोध किया है। इवेंट प्लानर और ऑर्गेनाइजेशन को बिना किसी समस्या के सफलतापूर्वक इवेंट ऑर्गेनाइज करने दिया जाए व सरकार द्वारा किसी इवेंट को ऑर्गेनाइज करने में सहायता दी जाए  तो इवेंट इंडस्ट्री में न केवल बढ़त होगी, बल्कि सरकारी आवक  में भी फायदा होगा|

क्या आपने भी कभी किसी इवेंट में भ्रष्टाचार से संबंधित किसी समस्या का सामना किया है? तो अपना अनुभव कमेंट में लिखे| इसके अलावा, इस आर्टिकल के बारे में आपके विचार और सुझावों को व्यक्त करे

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